विभाग ने शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का मांगा शपथ पत्र
1 min readछपरा : सारण जिले में नियोजित शिक्षकों की बहाली में हुए फर्जीवाड़ा की जांच में जुटी विजिलेंस टीम को दिये प्रमाण पत्रों के संबंध में शपथ पत्र विभाग ने स्थापना कार्यालय से मांगा है। जिसको लेकर विभाग के स्थापना कार्यालय में खलबली मची है। शिक्षा विभाग के कर्मचारियों का कहना है कि नियोजन कोई करे और शपथ पत्र हम क्यों दे। शिक्षा विभाग ने सभी नियोजित शिक्षकों के प्रमाण पत्र के संबंध में शपथ मांगा है। हालांकि इस संबंध में शिक्षा विभाग के पदाधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे है। उल्लेखनीय हो कि सारण जिले में 2006 में बहाल नियोजित शिक्षकों के आवेदन पत्र सड़ गए हैं। जिसे ढूंढ पाना असंभव है। निगरानी वर्ष 2006, 2008, 2010, 2012 एवं 2014 में बहाल हुए शिक्षकों के एसटीईटी, शैक्षणिक प्रमाणपत्र, बीएड प्रमाणपत्र, संकाय एवं जाति प्रमाण की जांच कर रही है। इतने दिनों का प्रमाण पत्र उच्चतर माध्यमिक से लेकर माध्यमिक प्रखंड पंचायत शिक्षक का नियोजन के समय जमा प्रमाण पत्र देना मुश्किल होगा। शिक्षा विभाग माध्यमिक शिक्षकों का रिकार्ड तैयार करने में जुट गया है। इस बीच जिला पदाधिकारी बिजली राम ने विजिलेंस के डीएसपी से मिलकर माध्यमिक शिक्षकों के ब्यौरा के संबंध में जानकारी दी।
विजिलेंस विवि पहुंच कर रही है जांच
छपरा : निगरानी के प्रमंडलीय जांच पदाधिकारी सह डीएसपी मुन्ना प्रसाद ने बताया कि टीम जांच कर रही है। निगरानी सूत्रों की मानें तो सोमवार को टीम नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना, पटना विश्वविद्यालय, पटना एवं तिलका मांझी विश्वविद्यालय, भागलपुर प्रमाण पत्र के जाचं करने पहुंची है। टीम शिक्षकों के प्रमाण पत्रों का सत्यापन करा रही है।
Courtesy: Jagran