बिहारः चुनाव से पहले असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति के आसार कम
1 min readबिहार विधानसभा चुनाव के पहले राज्य के विश्वविद्यालयों में 3342 सहायक प्राचार्यों (असिस्टेंट प्रोफेसरों) की नियुक्ति होने के आसार कम हो गए हैं, क्योंकि बीपीएससी फिलहाल 80 हजार अभ्यर्थियों की डाटा इंट्री ही कर रहा है।
यह अक्टूबर के अंत तक पूरी होगी, उसके पहले ही प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर आदर्श आचार संहिता लागू हो जाएगी। हालांकि यदि बीपीएससी ने तेजी दिखाई तो संभव है कि इंटरव्यू की प्रक्रिया चुनाव तक शुरू हो जाए, लेकिन चयनित शिक्षकों को हर हाल में नए वर्ष में ही बतौर प्रोफेसर विश्वविद्यालय में प्रवेश संभव हो सकेगा।
शिक्षा मंत्री प्रशांत कुमार शाही ने गुरुवार को विश्वविद्यालय शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया की प्रगति की जानकारी ली। उन्होंने बीपीएससी के चेयरमैन आलोक कुमार सिन्हा से इस बाबत बात की। उन्हें बताया गया कि डाटा इंट्री का काम चल रहा है। इसके पूरा होने के बाद ही आगे की कार्रवाई शुरू होगी।
गौरतलब है कि बुधवार को शिक्षा विभाग ने सुप्रीम कोर्ट के नए आदेश के आलोक में जो निर्देश बीपीएससी को जारी किए हैं उससे आयोग का भार कुछ कमेगा। क्योंकि आए कुल 80 हजार आवेदनों में आधे से अधिक अभ्यर्थी ऐसे हैं जिनकी अर्हता अब सहायक प्राचार्य के उपयुक्त नहीं रही।
बीपीएससी अब 2009 रेगुलेशन के तहत पीएचडी नहीं करने वालों को इंटरटेन नहीं करेगी। ऐसे में अभ्यर्थियों की संख्या भी करीब 40 हजार के आसपास ही रह जाएगी। जानकारी के मुताबिक आवेदकों में बिहार से करीब 11 हजार और देशभर से करीब 32 हजार आवेदक ऐसे हैं जो नेट उत्तीर्ण हैं।
Courtesy: Live Hindustan