आरक्षण टिकट चाहिए तो करना होगा इंतजार
1 min readलखीसराय। रेलवे स्टेशनों पर यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसके लिए रेलवे के अधिकारी स्टेशनों का खूब निरीक्षण करते हैं तथा स्टेशनों पर यात्रियों को सुविधा मिले इसका भी निर्देश स्थानीय पदाधिकारियों को देते हैं लेकिन लखीसराय एवं किऊल स्टेशन के आरक्षण टिकट काउंटर पर बुकिंग क्लर्क की मनमानी चलती है। जिससे यात्रियों को हो रही परेशानी को देखने वाला कोई नहीं है। सोमवार को लखीसराय स्टेशन पर आरक्षण टिकट काउंटर निर्धारित समय 8 बजे के बदले 9:15 में खुला। सुबह से ही आरक्षण टिकट के लिए खड़े यात्री परेशान रहे। वहीं 15 जून से रेलवे द्वारा तत्काल टिकट के नियमों में किए गए फेरबदल का खामियाजा दर्जनों यात्रियों को भुगतना पड़ा। स्टेशन स्थित बुकिंग काउंटर पर निर्धारित समयानुसार 10 से 12 बजे के बीच एक भी तत्काल टिकट नहीं कटा। इसके कारण यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आरक्षण टिकट के इंतजार में खड़े यात्री राहुल कुमार, मनोज कुमार, फिरोज खान, गुरमेल सिंह, रमेश कुमार, दिनेश पाठक, मो. परवेज, नौशाद आलम, शाकेत कुमार आदि दर्जनों यात्रियों ने बताया कि सुबह से ही आरक्षण टिकट के लिए खड़े हैं। टिकट काउंटर समय पर नहीं खुला। इसकी शिकायत करने के लिए स्टेशन स्थित बुकिंग सुपरवाइजर की जब खोज की गई तो वह कमरे में ताला बंद कर गायब नजर आए। जिसके कारण यात्रियों को कई घंटों तक खड़ा रहना पड़ा। 9 बजकर 10 मिनट पर 2024 डाउन जनशताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन से बुकिंग क्लर्क अनिल कुमार लखीसराय स्टेशन पहुंचा। इसके बाद टिकट काउंटर खुला। इसको लेकर नाराज यात्रियों ने हो-हल्ला भी किया। यात्रियों ने बताया कि नए नियम के अनुसार 10 से 11 बजे तक एसी टिकट तथा 11 से 12 बजे तक स्लीपर का तत्काल टिकट मिलना था। लेकिन बुकिंग क्लर्क द्वारा एक भी तत्काल टिकट नहीं काटा गया। बताया जाता है कि टिकट काउंटर पर पदस्थापित बुकिंग क्लर्क रेलवे के निर्धारित समय पर नहीं बल्कि अपने मैनेज सिस्टम के तहत अपनी मर्जी से टिकट काउंटर खोलते व बंद करते हैं।
क्या कहते हैं स्टेशन प्रबंधक
किऊल स्टेशन प्रबंधक जेवियर एक्का ने बताया कि लखीसराय स्टेशन पर पदस्थापित बुकिंग क्लर्क के छुट्टी पर रहने के कारण उनकी जगह बुकिंग क्लर्क अनिल कुमार की ड्यूटी लगाई गई थी। लेकिन उनके पटना से लखीसराय आने में ट्रेन विलंब रहने के कारण निर्धारित समय से टिकट काउंटर नहीं खुल पाया। उन्होंने कहा कि नए नियम के अनुसार तत्काल टिकट के लिए कंप्यूटर में किए गए बदलाव की जानकारी स्थानीय स्तर पर बुकिंग क्लर्क को नहीं दिए जाने के कारण तत्काल टिकट नहीं कट सका।
Courtesy: Jagran