टिकट का जुगाड़ – वोट की खातिर सब कुछ जायज
1 min readपटना। बिहार विधान परिषद के स्थानीय निकायों का चुनाव हो या चार महीने बाद होने जा रहा विधानसभा चुनाव, सत्ता की होड़ में शामिल राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच पाला बदल का खेल बुलंदी पाने लगा है। कई दिग्गज अपने नाते-रिश्तेदारों से लेकर खुद तक के लिए अभी से टिकट की जुगाड़ में जुट गए हैं। वहीं कई नेता पुराने घर को छोड़ नये घर के मुहाने पर खड़े दिखने लगे हैं। ऐसे दिग्गजों के लिए वोट और जीत की खातिर नीति और सिद्धांत कोई मायने नहीं रह जाता। पार्टी के लिए आस्था व निष्ठा भी बकवास है। एक ही लक्ष्य रह जाता है-ऐन केन प्रकारेण चुनाव जीतना और प्रतिद्वंदी को मात देना।
हर चुनाव की तरह इस बार भी दलबदल के खेल के प्यादे छुटभैये से लेकर बड़े नेता बने हैं, जबकि रेफरी की भूमिका में कमोवेश हर राजनीतिक दल हैं। चुनाव से पहले कैसे एक-दूसरे की ताकत को कमजोर किया जाए, इसके लिए राजनीतिक दलों में जोड़तोड़ की राजनीति परवान चढ़ चुकी है। टिकट कंफर्म होने की स्थिति में नेता पाला बदलने में जरा-भी देर नहीं कर रहे हैं। आए दिन राजनीतिक दलों के दफ्तरों में ‘मिलन उत्सवÓ का होना इसका प्रमाण है। मजे की बात यह कि नये घर में जाते ही दलबदलू नेता ये वादे भी कर रहे हैं कि उनके राजनीतिक जीवन का यह आखिरी घर होगा।
भाजपा, जदयू, राजद, कांग्रेस, लोजपा व लोजपा में अबतक तीन दर्जन से ज्यादा नेता पाला बदल चुके हैं, जबकि दर्जनों नेता अब भी विभिन्न राजनीतिक दलों के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। विधान परिषद के इस चुनावी मौसम में जोड़-तोड़ में कोई दल किसी से पीछे नहीं है।
जदयू के एमएलसी राजेश राम व इसराइल राइन पाला बदलकर कांग्रेस में जा चुके हैं और गठबंधन में कांग्रेस को जो सीटें मिलीं, उसे भी दोनों पाने में सफल रहे हैं। वहीं जदयू के ही एमएलसी हुलास पाण्डेय लोजपा में चले गए और परिषद चुनाव का टिकट भी पा गए। पूर्व विधायक नीरज कुमार बल्लू पत्नी नूतन सिंह को टिकट दिलाने हेतु पहले भाजपा में जुगाड़ बिठाए। जब वहां पर उनकी पत्नी को टिकट कंफर्म नहीं हुआ तो रातोंरात उन्होंने पत्नी को लोजपा में शामिल कराकर टिकट दिलाने में कामयाब हो गए। गया के जदयू एमएलसी अनुज कुमार सिंह भाजपा में चले गए और उन्हें टिकट भी मिल गया। हाल ही में विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चर्चित निर्दलीय विधायक पवन जायसवाल प्रदेश भाजपा में शामिल हो गए। वहीं जदयू के बागी विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू, रवीन्द्र कुमार व राहुल कुमार समेत दर्जनों नेता भाजपा में शामिल होने की तैयारी में हैं।
Courtesy: Jagran