डॉक्टर ने कहा- डसने वाला सांप लाओ, फिर होगा इलाज, बच्चे की मौत
1 min readसिवान। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात डॉक्टर की जिद ने 12 साल के बच्चे की जान ले ली। परिजनों की माने तो बच्चे को सांप ने डस लिया था। इलाज के लिए अस्पताल ले गए तो डॉक्टर डसने वाला सांप लेकर आने की जिद कर बैठा।
परिजन काफी देर तक उसे समझाने की कोशिश करते रहे, लेकिन डॉक्टर इलाज करने के लिए तैयार नहीं हुआ। इस दौरान बच्चे के शरीर में विष फैल गया और उसकी मौत हो गई। हंगामे के बाद पुलिस ने गुरुवार को घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली।
गोरेयाकोठी निवासी राजन कुमार वर्णवाल के इकलौते पुत्र रोहित कुमार उर्फ विशु को गुरुवार रात घर पर ही सांप ने काट लिया। रोहित के बताने पर घरवालों ने उसकी नसें बाध दी और तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र ले गए।
परिजनों का कहना है कि वहां मौजूद डॉ.एसबी उपाध्याय ने पैर पर बांधी गई पïट्टी खोल दी और कहा कि सांप ने नहीं काटा है। घरवालों ने सांप काटने की बात कही तो डाक्टर ने यह कहकर इलाज बंद कर दिया कि सांप को ले आइए तब हम इलाज करेंगे।
यह सुन घर के कुछ लोग अफरातफरी में घर की ओर दौड़ पड़े। उधर डॉक्टर इस बात पर अड़ा रहा कि वे सांप का काटा नहीं मानते। इसे किसी चूहे ने काटा है। इसी में कई घंटे बीत गए।
जब बच्चे के शरीर का रंग बदलने लगा और आंखें बंद होने लगीं तो परिवार वाले उसे सिवान सदर अस्पताल ले गए लेकिन वहां पहुंचने तक बच्चे की मौत हो गई। तब सारे परिजन रोते-बिलखते घर वापस आ गए।
बच्चे का शव गोरेयाकोठी बाजार पहुंचा तो आक्रोशित ग्रामीण और बाजारवासी डॉक्टर पर कार्रवाई की मांग को लेकर थाने पहुंचे और चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग करने लगे। सूचना पर महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्र्रीवाल, भाजपा नेता देवेश कांत सिंह, इंस्पेक्टर नंदू शर्मा भी थाना पहुंचे और लोगों को समझाया। अंतत: डा.एसबी उपाध्याय पर इलाज में लापरवाही को लेकर नामजद प्राथमिकी दर्ज हुई।
Courtesy: Jagran