तोमर प्रकरण: टॉर्चर से परेशान प्राचार्य ने कहा- गोली से उड़ा दो
1 min readटीम जागरण, भागलपुर। दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर के पक्ष में दिल्ली हाई कोर्ट में हलफनामा दाखिल करना मुंगेर के विश्वनाथ सिंह लॉ कॉलेज के प्राचार्य के लिए आफत बन गया। केस के मुताबिक मन माफिक हलफनामा दाखिल न करने पर दिल्ली पुलिस तरह-तरह से टॉर्चर करने लगी।
टॉर्चर से लॉ कॉलेज के प्राचार्य इतने परेशान हुए कि उन्होंने गोली से खुद को उड़ाने की बात कह दी। प्राचार्य डॉ.आरके मिश्रा ने कहा मैं 2008 से प्राचार्य हूं। मामला 1996-99 सत्र का है। मैंने कोर्ट में वही शपथ पत्र दिया है, जिसके दस्तावेज उपलब्ध हैं।
अगर एडमिशन फॉर्म नहीं मिल रहा है तो इसके लिए मैं जिम्मेदार नहीं हूं। दिल्ली पुलिस मुझे गिरफ्तार करे या गोली से उड़ा दे मैं एडमिशन फॉर्म कहां से लाऊं। प्राचार्य ने कहा एक सप्ताह से दिल्ली पुलिस के दबाव के चलते ठीक से सो भी नहीं पा रहा हूं। फॉर्म ढूढऩे में रविवार देर रात तक लगा हुआ हूं।
प्राचार्य को तोमर का एडमिशन फॉर्म लेकर दिल्ली नहीं आने पर जांच टीम ने गिरफ्तारी की चेतावनी दी है। दरअसल, प्राचार्य ने दिल्ली हाइकोर्ट में यह शपथ-पत्र दे रखा है कि उनके दस्तावेज के अनुसार जितेंद्र सिंह तोमर का नामांकन सही है। आरोप है कि बस इसी बात से दिल्ली पुलिस चिढ़ गई और उन्हें परेशान करने लगी।
छुट्टी में भी खुला रहा विश्वविद्यालय
दिल्ली पुलिस के सौ सवालों की सूची ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय प्रशासन की नींद उड़ा दी है। कुलसचिव प्रो. गुलाम मुस्तफा ने पुलिस से इन सवालों का जवाब देने के लिए 15 दिनों की मोहलत मांगी है।
इसके चलते रविवार को बंद के बावजूद विश्वविद्यालय खुला रहा। परीक्षा विभाग के कुछ कर्मचारी जांच में लगे रहे। पूरे दिन पुराने दस्तावेज को ढूंढने की कवायद चलती रही। परीक्षा विभाग में पुराने रिकार्ड का पता नहीं चल रहा है। कई आवश्यक पुराने रिकार्ड गायब कर दिए गए हैं। रजिस्ट्रेशन सेक्शन से भी कई रिकार्ड गायब हैं।
बेंच दी गईं तोमर की कॉपियां
दिल्ली पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रशासन से तोमर की परीक्षा की कॉपी मांगी है। तोमर ने 1996-99 सत्र में परीक्षा दी थी। विश्वविद्यालय प्रशासन ने दिल्ली पुलिस को बताया कि 2008 तक की परीक्षा की सारी कॉपियां चार साल पहले ही बेच दी गईं। विश्वविद्यालय में तीन साल तक की ही कॉपियों को रखने का नियम है।
दिल्ली पुलिस मांग रही इन सवालों का जवाब
– 1992 से 2002 तक परीक्षा विभाग में तैनात परीक्षा नियंत्रक, सभी कर्मचारी, आदेशपाल का पूरे पता के साथ पक्की सूची
– 1996-99 के टेबलेटर की पूरी लिस्ट
– तोमर के अंकपत्र की फाइल
– तोमर ने जिस केंद्र पर लॉ की परीक्षा दी है उस पर मौजूद उसकी उपस्थिति शीट
– परीक्षा की कॉपी का फ्लैप्स
– तोमर का परीक्षा विभाग में मौजूद एडमिट कार्ड
– उसके रजिस्ट्रेशन के सारे कागजात
– उसका माइग्रेशन प्रमाण पत्र
– तोमर ने किस कॉलेज में दी थी परीक्षा, उसकी पूरी जानकारी
Courtesy: Jagran