बिहार में भाजपा मुसलमानों को देगी खुले हाथों से टिकट
1 min readनई दिल्ली(विवेक शुक्ल) भाजपा आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में मुसलमानों को खुले हाथ से टिकट देगी। भाजपा नेतृत्व मान रहा है कि उसे बेहतर मुसलमान उम्मीदवार मिल जाएँगे जो उसके लिए चुनाव मैदान में जाएंगे। इस तरह से भाजपा एक तरह से ये मैसेज देना चाहती है कि उसको लेकर बनाई गई एंटी-मुस्लिम इमेज गलत है।
18 से 47 फीसद
किश्नगंज, कटिहार,अररिया,मधुबनी, पूर्णिया,दरभँगा, वेस्ट चंपारण, ईस्ट चंपारण में मुसलमानों की आबादी 18 फीसद से लेकर 48 फीसद तक है। जाहिर है, भाजपा के लिए इन जिलों में बेहतर प्रदर्शन करना बड़ी चुनौती रहेगी। इस बाबत भाजपा ने जमीन पर युद्ध स्तर पर अभियान चलाया हुआ है।
खासी आबादी
भाजपा के एक भरोसेमंद सूत्र ने बताया कि बिहार के 38 में से 9 जिलों में मुसलमानों की आबादी खासी है। इस तथ्य की रोशनी में भाजपा या कोई भी दल मुसलमानों को इग्नोर नहीं कर सकती।
कठिन चुनौती
बिहार मामलों के जानकार खुर्शीद आलम ने कहा कि बिहार में मुसलमानों का विश्वास जीतना भाजपा या कहें कि एनडीए के लिए बड़ी चुनौती होगी। लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश में तो मुसलमानों ने भाजपा के हक में भी वोट दिया। पर बिहार में उसे मुसलमानों के वोट के लिए संघर्ष करना होगा। इस बीच, जानकारों का कहना है कि बिहार में अच्छी संख्या में मुसलमानों को टिकट देकर भाजपा मुसलमानों के बीच में अपनी बेहतर इमेज बना सकेगी। बिहार को जीतने के लिए भाजपा कोई कसर छोड़ेगी तो नहीं। हालांकि बिहार में नीतीश कुमार और लालू के मिलने से अब भाजपा के लिए हालात कोई बहुत सुखद तो नहीं रहे। उसे चुनौती तो तगड़ी मिलने वाली है।
Courtesy: One India