भाजपा निर्वंशी पार्टी, नहीं तो चुनाव में अपना चेहरा बताए: लालू
1 min readराजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने कहा कि भाजपा निर्वंशी पार्टी है। अगर ऐसा नहीं है तो विधानसभा चुनाव में उनका चेहरा कौन है बताएं। हमलोगों ने अपने गठबंधन का चेहरा घोषित कर दिया है। भाजपा सत्ता हथियाना चाहती है। बिहार की जनता व हमलोग इनसे एक-एक पाई का हिसाब लेंगे।
यादव सोमवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित राजद के पटना प्रमंडल के कार्यकर्ता सम्मेलन के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा व उनके सहयोगी दल जंगलराज व गठबंधन बनने के बाद कानून व्यवस्था में गिरावट की बात कह कर एक समुदाय विशेष को टारगेट कर रहे हैं। पार्टी कार्यकर्ता व बिहार की जनता एकजुट है।
गठबंधन अटूट है, पार्टी कार्यकर्ता इधर-उधर नहीं हों। कहा कि लालू प्रसाद का दिल की गहराइयों से और पेड़ की ऊंचाइयों से स्वागत है, कहना नहीं चलेगा। कहा कि टिकट के लिए भीड़ न लगाएं। जो कार्यकर्ता इधर-उधर जाएंगे वे अपना भविष्य खराब करेंगे। जो संगठन के प्रति समर्पित नहीं हैं उन्हें बाहर करें।
लालू प्रसाद ने कहा कि यह मुख्यमंत्री का चुनाव नहीं देश का चुनाव है, भाजपा को देश से बाहर भगाना है। हम किसानों के सपनों को कभी ध्वस्त नहीं होने देंगे। राज्यसभा चुनाव में भी हमने भाजपा के दो फर्जी उम्मीदवारों के खिलाफ जदयू को समर्थन दिया था। अभी हमारी सरकार है, यह फिर रिन्युअल होगी। भाजपा को खाज, खुजली व दिनाय है, यह रगड़ने से भी नहीं छूटेगा, ये हमेशा पानी छूते रहते हैं।
राजद-जदयू का संयुक्त कार्यकर्ता समागम होगा
श्री प्रसाद ने कहा कि राजद-जदयू कार्यकर्ताओं के अलग-अलग सम्मेलन के बाद संयुक्त रूप से दोनों दलों के कार्यकर्ताओं का समागम होगा। राजद का प्रमंडल स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन 26 जून तक होना है। इसके बाद वे जिलों में जाएंगे। प्रेस कान्फ्रेंस में राजद के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. रामचंद्र पूर्वे, पूर्व केंद्रीय मंत्री कांति सिंह, श्रीभगवान सिंह कुशवाहा, राष्ट्रीय प्रवक्ता मो. इलियास हुसैन, मुंद्रिका सिंह यादव, विधान पार्षद भोला यादव, प्रदेश महासचिव शक्ति सिंह यादव, प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी, मीडिया प्रभारी प्रगति मेहता भी उपस्थित थे।
नेताओं व कार्यकर्ताओं को लालू ने दिए टिप्स
– रक्षात्मक नहीं आक्रामक बनें।
– जैसा भाजपा नेता कर रहे है वैसे गाली-गलौच की भाषा का इस्तेमाल नहीं करें ।
– गांव-गांव, टोला-टोला जाएं, भाजपा के चुनावी वादों के बारे में जनता से पूछें।
– कालाधन की वापसी, रोजगार देने, केंद्रीय योजनाओं में कटौती, काम के अधिकार में कटौती को लेकर मजबूती से पक्ष रखें।
– भूमि अधिग्रहण बिल को किसी कीमत पर लागू नहीं होने दिया जाएगा, इसे बताएं।
– कार्यकर्ता अखबार व मैगजीन पढ़ें, विरोधियों को मुंहतोड़ जवाब दें, यह न सोचें कि कोई क्या सोच रहा है।
– गठबंधन के तहत चुनाव लड़ना है तो गठबंधन के उम्मीदवारों की जीत सुनिश्चित करें।
Courtesy: Live Hindustan