सुल्तानगंत में शव के साथ प्रदर्शन
1 min readपटना। सुलतानगंज थाना अन्तर्गत ओल्ड अजीमाबाद कॉलोनी में रविवार की रात अपराधियों की गोली से भूने गए मो. नदीम उर्फ शेरू के शव के साथ सोमवार की दोपहर आक्रोशित नागरिकों ने दरगाह रोड स्थित भंवारी के समीप बांस-बल्ला लगाकर मार्ग जाम कर दिया। एक घंटा तक यह मार्ग जाम रहने तथा प्रदर्शनकारियों के रवैये से राहगीर एवं वाहन चालक परेशान होते रहे। टेम्पो का परिचालन अशोक राजपथ से हुआ। टायर फूंक विरोध जता रहे लोग हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा देने की मांग कर रहे थे।
टाउन डीएसपी रमाकांत के आश्वासन पर नागरिकों ने सड़क जाम हटाया। पूर्वी एसपी सुधीर कुमार पोरिका ने बताया कि जल्द ही हत्या का कारण स्पष्ट होगा और हत्यारे पुलिस गिरफ्त में होंगे। प्रथम दृष्टया मामला रुपयों के लेनदेन से जुड़ा प्रतीत होता है।
नालंदा मेडिकल कालेज से पोस्टमार्टम के बाद दोपहर लगभग ग्यारह बजे शेरू का शव लेकर परिजन दरगाह रोड पहुंचे। सड़क जाम किये लोग शेरू को निहायत शरीफ बता रहे थे। प्रदर्शनकारियों ने इस मार्ग से वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप कर दी। जाम के कारण एक घंटे तक यातायात व्यवस्था चरमराई रही। जाम की सूचना पाकर पहुंचे टाउन डीएसपी तथा सुल्तानगंज थानाध्यक्ष शालिग्राम प्रसाद को भी नागरिकों के आक्रोश का सामना करना पड़ा। जामस्थल पर परिजनों में मो. अफरोज, मो. निजाम, मो. अकबर, मो. पुल्लु जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। जाम स्थल पर स्टेट रैफ के जवानों के साथ अन्य थानों की मोबाइल गाड़ी थी।
परिजनों का आरोप था कि शेरू की हत्या साजिश के तहत की गई है। पुलिस के अनुसार मो. नदीम उर्फ शेरू ने दो शादी की थी। पहली पत्नी को प्रताड़ित करने के मामले में वह जेल भी जा चुका है। मृतक जमीन का भी कारोबार करता था। रविवार की रात पत्नी के मोबाइल पर आए फोन के बाद वह घर से निकला था। प्रथम दृष्टया हत्या का कारण लेनदेन से जुड़ा बताया जाता है। सोमवार की शाम तक परिजनों की ओर से कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं की गई थी।
Courtesy: Jagran