पटना यूनिवर्सिटी में पीएचडी रजिस्ट्रेशन में आरक्षण नियम लागू
1 min readपटना। पटना विश्वविद्यालय (पीयू) ने प्री रजिस्ट्रेशन टेस्ट (पीआरटी) एवं नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) में सफल उम्मीदवारों के पीएचडी में रजिस्ट्रेशन के लिए सिनॉप्सिस जमा करने की तिथि बढ़ाकर दो जुलाई कर दी है। पहले यह तिथि 15 जून को समाप्त हो गई थी। पीएचडी रजिस्ट्रेशन में कुलपति ने बिहार सरकार के आरक्षण नियमों को लागू करने का फैसला लिया है।
इसकी अधिसूचना गुरुवार को पटना विश्वविद्यालय में जारी की गई। अब विश्वविद्यालय के सभी संकायाध्यक्षों द्वारा पीयू को भेजे गए आवेदन अब संबंधित डीन को वापस लौटा दिए जाएंगे। डीन इसे पीजी विभागों को लौटाएंगे। विभागाध्यक्ष यह निर्धारित करेंगे कि शिक्षकों की संख्या के अनुसार उनके विभाग में कितने उम्मीदवार पीएचडी कर सकते हैं। इसके बाद इसमें आरक्षण रोस्टर के अनुसार सभी श्रेणियों की सीटें निर्धारित की जाएंगी।
मालूम हो कि इतिहास, भूगोल प्रबंधन जैसे कुछ विभागों में शिक्षकों की संख्या कम है एवं उम्मीदवार ज्यादा हैं। ऐसे में आरक्षण की जरूरत महसूस की गई। हालांकि, माना जा रहा है कि इस नये फैसले से पीएचडी रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया और विलंबित होगी। पटना विश्वविद्यालय में करीब एक साल से पीएचडी रजिस्ट्रेशन रुका हुआ है।
Courtesy: Jagran